चंद रिश्ते, जो मेरी उम्र भर की पूंजी हैं उन्हीं रिश्तों में शामिल है आपका भी नाम । चंद रिश्ते, जो मेरी उम्र भर की पूंजी हैं उन्हीं रिश्तों में शामिल है आपका ...
हे! माँ वीणावादिनी, दे मुझे ज्ञान का भंडार, मेरा कष्ट हर ले जीवन का मिटा दें अंधकार। हे! माँ वीणावादिनी, दे मुझे ज्ञान का भंडार, मेरा कष्ट हर ले जीवन का मिटा दें ...
सिद्धार्थ से बुद्ध की आत्मा के परमात्मा का यथार्थ सत्यार्थ।। सिद्धार्थ से बुद्ध की आत्मा के परमात्मा का यथार्थ सत्यार्थ।।
सुनहरे पल तमाम उमर याद रहते हैं सुनहरे पल तमाम उमर याद रहते हैं
सृष्टि को सृजित कर जाती, कुछ शब्दों में, कैसे तोलू, नपे- तुले शब्दों में, कैसे बोल सृष्टि को सृजित कर जाती, कुछ शब्दों में, कैसे तोलू, नपे- तुले शब्दों मे...